tag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post7926556577438095807..comments2024-03-10T11:27:05.515+05:30Comments on अभिव्यक्ति: " यज्ञ की समिधा ,नैवेध्य " दादा रामनारायण उपाध्याय की दो रचनायेशोभना चौरेhttp://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-52516933817967657502013-12-14T22:36:20.241+05:302013-12-14T22:36:20.241+05:30behatreenbehatreenअमिताभ श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-63253952194224656922010-11-30T11:03:23.646+05:302010-11-30T11:03:23.646+05:30बहुत ही जबरदस्त हैं दोनो ही रचनायें । नैवेद्य बहुत...बहुत ही जबरदस्त हैं दोनो ही रचनायें । नैवेद्य बहुत बढिया ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-91765470173924416352010-11-27T03:08:21.217+05:302010-11-27T03:08:21.217+05:30मैंने कभी कलम नहीं चलाई,
मुझपर कलम चलाकर ही
वे अपन...मैंने कभी कलम नहीं चलाई,<br />मुझपर कलम चलाकर ही<br />वे अपनी दुकाने चला रहे है |<br />मैंने कभी सेवा नहीं की<br />मेरी सेवा के नाम पर<br />वे सत्ताधीश बने बैठे है |<br />मैंने कभी भोज नहीं किया ,<br />हर भोज में<br />रक्त की गंध आती है |<br /><br />waah, bahut acchhi lagi !दीपशिखा वर्मा / DEEPSHIKHA VERMAhttps://www.blogger.com/profile/12486880239305153162noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-57383899705269448042010-11-26T20:29:36.514+05:302010-11-26T20:29:36.514+05:30उजासमयी, मर्मस्पर्शी रचनाएं पढ़वाने के लिए आभार.
स...उजासमयी, मर्मस्पर्शी रचनाएं पढ़वाने के लिए आभार. <br />सादर,<br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-21100188678659837682010-11-26T18:42:38.823+05:302010-11-26T18:42:38.823+05:30दोनों रचनाये बहुत विचारणीय हैं. आभारदोनों रचनाये बहुत विचारणीय हैं. आभाररचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-75382648791814390862010-11-26T17:25:37.664+05:302010-11-26T17:25:37.664+05:30सशक्त रचनाओं से परिचय कराने हेतु आभार!सशक्त रचनाओं से परिचय कराने हेतु आभार!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-81242991386195546602010-11-26T17:24:44.308+05:302010-11-26T17:24:44.308+05:30This comment has been removed by the author.अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-55371030052869430012010-11-26T17:24:23.276+05:302010-11-26T17:24:23.276+05:30अंतर्मन आलोकित करती,प्रकाश बिखेरती अद्वितीय कविताय...अंतर्मन आलोकित करती,प्रकाश बिखेरती अद्वितीय कवितायें...<br /><br />आभार पढवाने के लिए...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-3430797410308216592010-11-26T14:58:09.031+05:302010-11-26T14:58:09.031+05:30बहुत ही प्रभावी रचनाये हैं ... शाशाक्त ... लाजवाब ...बहुत ही प्रभावी रचनाये हैं ... शाशाक्त ... लाजवाब ... आपका बहुत बहुत शुक्रिया .....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-29969143922138649362010-11-26T07:54:46.891+05:302010-11-26T07:54:46.891+05:30.
ऐसी उम्दा सोच विरले ही किसी की होती है । दादा....<br /><br />ऐसी उम्दा सोच विरले ही किसी की होती है । दादा रामनारायण को मेरा नमन एवं इस उत्कृष्ट रचना को पढवाने के लिए आपका आभार। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-80222965038723860902010-11-25T23:38:52.390+05:302010-11-25T23:38:52.390+05:30आप सभी का ह्रदय से आभार |
@अमिताभजी मै जरुर कोशिश ...आप सभी का ह्रदय से आभार |<br />@अमिताभजी मै जरुर कोशिश करुँगी दादा की और रचनाये पोस्ट करने की |धन्यवाद |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-65531736150606209022010-11-25T21:24:58.760+05:302010-11-25T21:24:58.760+05:30एक महान विभूति से परिचय करवाने का आभार! उनकी रचनाए...एक महान विभूति से परिचय करवाने का आभार! उनकी रचनाएँ कालजयी हैं!! बहुत छोटा पाता हूँ उनके लिखे पर कुछ कहने के लिए,सिवा नतमस्तक होने के कोई प्रतिक्रिया नहीं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-74930838434715647352010-11-25T19:02:35.033+05:302010-11-25T19:02:35.033+05:30आपकी इस पोस्ट का लिंक कल शुक्रवार को (२६--११-- २०१...आपकी इस पोस्ट का लिंक कल शुक्रवार को (२६--११-- २०१० ) चर्चा मंच पर भी है ...<br /><br />http://charchamanch.blogspot.com/<br /><br />--संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-67309839018320784932010-11-25T15:49:23.466+05:302010-11-25T15:49:23.466+05:30ज़बर्दस्त रचनायें पढवाने के लिये आभार्।ज़बर्दस्त रचनायें पढवाने के लिये आभार्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-66461008242085431122010-11-25T01:37:49.711+05:302010-11-25T01:37:49.711+05:30पद्मश्री रामनारायण उपाध्याय जी की दोनों कवितायेँ ...पद्मश्री रामनारायण उपाध्याय जी की दोनों कवितायेँ मन को झंझोड का रख देने वाली हैं.<br />दोनों में अभिव्यक्ति बहुत ही जबरदस्त है..<br />खास कर पहली कविता में तीखे कटाक्ष सोच को पैना करते हैं.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-6968386284253240422010-11-25T01:23:16.718+05:302010-11-25T01:23:16.718+05:30बहुत सुंदर विचारों की बानगी हैं रचनाएँ.... .... ...बहुत सुंदर विचारों की बानगी हैं रचनाएँ.... .... पढवाने के लिए आभार ..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-33946517123450114662010-11-25T00:44:09.077+05:302010-11-25T00:44:09.077+05:30मैंने कभी यज्ञ नहीं किया ,
मै स्वयम यज्ञ कि समिधा ...मैंने कभी यज्ञ नहीं किया ,<br />मै स्वयम यज्ञ कि समिधा हूँ |<br />क्या बात है!! बहुत बहुत आभार इतनी सुन्दर रचनायें पढवाने के लिये.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-63480622538865027752010-11-24T23:19:31.600+05:302010-11-24T23:19:31.600+05:30सच तो यह है कि हम दादा की इतनी बेहतरीन रचना पर अपन...सच तो यह है कि हम दादा की इतनी बेहतरीन रचना पर अपनी छोटी सी बुद्धि लगाकर कोई कमेंट कैसे कर सकते हैं? यह हमारे लिये सूरज को दिया दिखाने जैसा है। उन्हें नमन और आपसे निवेदन कि और भी इस तरह की रचनायें प्रस्तुत करें ताकि हमारी रचनात्मकता को प्रकाश मिलता रहे। दिशा मिलतीअमिताभ श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-56994512961130297762010-11-24T22:57:06.441+05:302010-11-24T22:57:06.441+05:30दोनों रचनाये ही बहुत जबरदस्त हैं.विचारणीय . शुक्रि...दोनों रचनाये ही बहुत जबरदस्त हैं.विचारणीय . शुक्रिया हमें पढाने के लिए.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-25546823433333725902010-11-24T20:56:10.263+05:302010-11-24T20:56:10.263+05:30दोनों ही रचनाएँ हवन करती सी ....खुद को होम किया तभ...दोनों ही रचनाएँ हवन करती सी ....खुद को होम किया तभी ऐसी कविताओं ने जन्म लिया ...<br /><br /><br />इन कविताओं को पढवाने के लिए आभारसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-46969025279685888482010-11-24T20:42:12.285+05:302010-11-24T20:42:12.285+05:30आत्म के आलोक से उत्पन्न दोनों कवितायें। हर पंक्ति ...आत्म के आलोक से उत्पन्न दोनों कवितायें। हर पंक्ति विचार उड़ेलती हुयी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-56092643494456203482010-11-24T18:38:14.546+05:302010-11-24T18:38:14.546+05:30दोनों रचनाये बहुत अच्छी हैं.आभार.दोनों रचनाये बहुत अच्छी हैं.आभार.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-10183937846809188372010-11-24T18:17:26.837+05:302010-11-24T18:17:26.837+05:30Behad sashakt rachanaon se aapne parichay karwaya!...Behad sashakt rachanaon se aapne parichay karwaya!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.com