tag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post6988428895341727963..comments2024-03-10T11:27:05.515+05:30Comments on अभिव्यक्ति: झूठी बिल्ली और भ्रष्टाचारशोभना चौरेhttp://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-50703576972215752902011-03-27T20:51:22.226+05:302011-03-27T20:51:22.226+05:30शोभना जी,
बात विचारणीय है परंतु "क्या सरकार म...शोभना जी,<br />बात विचारणीय है परंतु "क्या सरकार में हमारे लोग नहीं है?" पर मैं यही कहून्गा कि समाज में अच्छे बुरे सभी लोग होते हुए भी येन-केन-प्रकारेण सरकार, प्रशासन आदि में उदासीन, बेरहम, लालची, और डरपोक चमचे काबिज़ हो गये हैं। भले ही यह हमारे समाज के बीच से ही हों, मगर हैं हम ईमानदारों से अलग किस्म के लोग। मुझे तो ऐसा लगता है जैसे कि इन डाकुओं ने बलात ही मेरे देश का मुझसे अपहरण कर लिया है। मैं कितना भी स्वच्छ रहूँ, यह अपनी कीचड मुझ पर उछाले जा रहे हैं। दुर्भाग्य से सत्ता के मदान्ध यह मेरी (आम ईमानदार भारतीय नागरिक/उपभोक्ता) किसी भी बात को कान देने लायक नहीं समझते हैं।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-87709254504829271312011-03-22T12:32:18.023+05:302011-03-22T12:32:18.023+05:30इस कथा के पीछे गहरे अर्थ को काश हम समझ पाएँ....और ...इस कथा के पीछे गहरे अर्थ को काश हम समझ पाएँ....और बदलाव पहले खुद के अन्दर ला पाएँ..मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-17995193016790688632011-03-20T18:49:24.437+05:302011-03-20T18:49:24.437+05:30होली का त्यौहार आपके सुखद जीवन और सुखी परिवार में ...होली का त्यौहार आपके सुखद जीवन और सुखी परिवार में और भी रंग विरंगी खुशयां बिखेरे यही कामनाBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-79063842504499962892011-03-20T16:17:41.593+05:302011-03-20T16:17:41.593+05:30रंग-पर्व पर हार्दिक बधाई.रंग-पर्व पर हार्दिक बधाई.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-48633619989472724522011-03-19T22:49:16.507+05:302011-03-19T22:49:16.507+05:30Happy Holi Shobhna ji .Happy Holi Shobhna ji .ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-90488293764948210152011-03-17T15:04:37.168+05:302011-03-17T15:04:37.168+05:30सच्ची बात कही है आपने.सच्ची बात कही है आपने.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-70481473732199613402011-03-16T08:48:03.826+05:302011-03-16T08:48:03.826+05:30जिनके लिए लिखा गया ..ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे... ...जिनके लिए लिखा गया ..ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे... बहुत प्रभावी..Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-91432221126375903242011-03-15T13:58:36.075+05:302011-03-15T13:58:36.075+05:30सटीक, सार्थक और बहुत सच्च कहा है ... आज के माहॉल प...सटीक, सार्थक और बहुत सच्च कहा है ... आज के माहॉल पर प्रामाणिक कथा ... <br />हर कोई भ्रष्टाचार में डूबा है कोई कम और कोई ज़्यादा ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-36280131098430693612011-03-14T10:29:38.681+05:302011-03-14T10:29:38.681+05:30bahut achhi kahani, padhte hue nanhe nanhe bachche...bahut achhi kahani, padhte hue nanhe nanhe bachche ird gird thuddi per haath rakhe baithe nazar aaye ... kya kahun , bas ise bhej dijiye vatvriksh ke liyeरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-29191912271759603162011-03-14T10:12:36.097+05:302011-03-14T10:12:36.097+05:30कहानी के दूसरे भाग में आज का सच है !
भ्रष्टाचारियो...कहानी के दूसरे भाग में आज का सच है !<br />भ्रष्टाचारियों को देश द्रोही करार कर देना चाहिए तभी देश बच पायेगा !ज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-84213926671057395272011-03-14T09:46:25.942+05:302011-03-14T09:46:25.942+05:30क्या बात है आपने तो पुरानी कहानी को नई कहानी से जो...क्या बात है आपने तो पुरानी कहानी को नई कहानी से जोड़ दिया वो भी बेहद खूबसूरती के साथDr. Yogendra Palhttps://www.blogger.com/profile/15028175080069734310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-38436043499197009232011-03-14T07:51:37.819+05:302011-03-14T07:51:37.819+05:30बहुत गंभीर बात कही कथा के माध्यम से ...
इस भ्रष्ट ...बहुत गंभीर बात कही कथा के माध्यम से ...<br />इस भ्रष्ट व्यवस्था के लिए हम सब भी जिम्मेदार है , जो अपनी सुविधाओं के लिए कोई भी समझौता करने को तैयार हो जाते हैं ...!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-18888064267924669192011-03-14T07:31:17.561+05:302011-03-14T07:31:17.561+05:30अक्सर जिधर ध्यान नहीं जाता , उस पर प्रकाश डाला आपन...अक्सर जिधर ध्यान नहीं जाता , उस पर प्रकाश डाला आपने । यदि आत्मावलोकन किया जाए और खुद को सुधारा जाए तो सब कुछ स्वयं ही व्यवस्थित हो जाएगा । सटीक चिंतन ।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-24061460110364652692011-03-14T01:26:36.970+05:302011-03-14T01:26:36.970+05:30भृष्टाचार का गणित इतना सीधा भी नहीं है. भृष्टाचार ...भृष्टाचार का गणित इतना सीधा भी नहीं है. भृष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी जम चुकी है कि अब खाली मोहरे बदलते है बाकी सब वैसा ही रहता है. <br /><br />और हम सब ही जिम्मेदार है इसके लिए.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-34143436193474692562011-03-14T00:25:07.039+05:302011-03-14T00:25:07.039+05:30कहानी के माध्यम से सत्य को उजागर किया है ...अच्छी...कहानी के माध्यम से सत्य को उजागर किया है ...अच्छी पोस्ट ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-45055562645447531212011-03-14T00:10:00.155+05:302011-03-14T00:10:00.155+05:30Bhrashtachar ko apne sar pe dhota hua is deshka be...Bhrashtachar ko apne sar pe dhota hua is deshka beda aisehee chalega!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-28914619458215241162011-03-13T23:54:33.822+05:302011-03-13T23:54:33.822+05:30आप की बात से सहमत हे, लेकिन सभी भागी दार नही बहुत ...आप की बात से सहमत हे, लेकिन सभी भागी दार नही बहुत से लोग आज भी ईमानदार हे या उन्हे ईमानदार बनाने की मजबूरी हे, जेसे एक मजदुर क्या बेईमानी करेगा, एक रिकक्षे वाला या एक पटरी पर समान बेचने वाला, एक आम सीधा साधा आदमी जो सरकारी नोकरी करता हे, एक टीचर, बहुत से लोग आज भी एक पैस भी ज्यादा नही खाते, यानि आज भी लोग कर्मो से ईमान दार हे मन मोहन की तरह से नहीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-9969522750255984102011-03-13T23:49:44.101+05:302011-03-13T23:49:44.101+05:30सच कहा आपने..... हम भी किसी ना किसी रूप में भागीदा...सच कहा आपने..... हम भी किसी ना किसी रूप में भागीदार हैं.... अनमोल विचार डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-19666275006805668422011-03-13T23:29:32.095+05:302011-03-13T23:29:32.095+05:30बहुमूल्य विचार!! किंतु सही कहा कि परिस्थितियाँ ऐसी...बहुमूल्य विचार!! किंतु सही कहा कि परिस्थितियाँ ऐसी बन गईं हैं.. कहीं पढ़ा था मैंने कि किसी को पत्थर से मारते देख ईसा ने लोगों सए कहा कि पहला पत्थर वो मारे जिसने कोई अपराध न किया हो.. परिणामस्वरूप सभी और ज़ोर ज़ोर सए पत्थर मारने लगे यह साबित करने के लिये कि वे अपराधी नहीं हैं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-6009690705074761452011-03-13T22:49:26.545+05:302011-03-13T22:49:26.545+05:30बहुत ही सटीक बात कही है.
हर नागरिक को अपने स्तर ...बहुत ही सटीक बात कही है.<br />हर नागरिक को अपने स्तर से सुधार की शुरुआत करनी होगी.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7736130555916967745.post-44883535803365922142011-03-13T22:23:49.792+05:302011-03-13T22:23:49.792+05:30बड़ी ही गहरी बात सटीक शब्दों में कह दी। यदि सीधे भ...बड़ी ही गहरी बात सटीक शब्दों में कह दी। यदि सीधे भ्रष्टाचार में सहायक नहीं हैं हम तो उसके माध्यम से आये धन को सम्मान देने के दोषी तो हम हैं ही।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com