तुमने देखा है मुझे
हरा भरा
वो मेरा सिंगार
किया था प्रकृति ने
मेरी छाँव में
सुख पाया ऐसा तुम कहते हो
मैंने तुम्हारी भूख मिटाई
ऐसा भी तुम ही कहते हो
अनगिनत वर्षो से जिया
तुम्हारे लिए
ऐसा भी तुम ही कहते हो
आज थक गया हूँ
झुर्रियां दिखने लगी है
बेतहाशा मेरी
फिर भी मैं
झुका नहीं
क्योकि तुमने
ही मुझमे प्राण फूंके
यह कहकर
कि
ठूंठ का भी
अपना सौंदर्य होता है।
शोभना चौरे
बहुत सही । हरे भरे को तो सब पसंद करते , बात तो तब है कि ठूँठ को महत्त्व दिया जाए । इंसानी रिश्तों में भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए ।
ReplyDeleteकितना अच्छा लिखा दीदी.. ठूंठ पर भी सकारात्मक भाव 👏👏👏👏
ReplyDeleteNice Post :- skymovieshd, skymovieshd.in, skymovieshd movies Download in Hindi | Bollywood Hollywood movie download
ReplyDeleteहमेशा की तरह बहुत बढ़िया, बहुत बहुत ही सुंदर सराहनीय सृजन। Om Namah Shivay Images
ReplyDeleteएकदम सही
ReplyDelete